♠ दो पहलू ♠

किसी शहर में दो भाई रहते थे. उनमे से एक शहर का सबसे बड़ा बिजनेसमैन था तो दूसरा ड्रग एडिक्ट था, जो अक्सर नशे की हालत में लोगों से मार -पीट किया करता था. जब लोग इनके बारे में जानते तो बहुत आश्चर्य करते कि आखिर दोनों में इतना अंतर क्यों है?

जबकि दोनों एक ही माता- पिता की संताने हैं, एक
जैसी शिक्षा प्राप्त की हैं और बिलकुल एक जैसे माहौल में पले -बढे हैं. कुछ लोगों ने इस बात का पता लगाने का निश्चय किया और शाम को भाइयों के घर पहुँचे.
अन्दर घुसते ही उन्हें नशे में धुत एक व्यक्ति दिखा, वे उसके पास गए और पूछा,

“भाई तुम ऐसे क्यों हो ? तुम बेवजह लोगों से लड़ाई -झगडा करते हो, नशे में धुत अपने बीवी -बच्चों को पीटते हो …आखिर ये सब करने की वजह क्या है ?”

“मेरे पिता ”, भाई ने उत्तर दिया.

“पिता !! ….वो कैसे ?” , लोगों ने पूछा भाई बोल , “ मेरे पिता शराबी थे, वे अक्सर मेरी माँ और हम दोनों भाइयों को पीटा करते थे …..

भला तुम लोग मुझसे और क्या उम्मीद कर सकते हो …मैं भी वैसा ही हूँ ..”

फिर वे लोग दूसरे भाई के पास गए, वो अपने काम में व्यस्त था और थोड़ी देर बाद उनसे मिलने आया,

“माफ़ कीजियेगा, मुझे आने में थोड़ी देर हो गयी .” भाई बोल, “ बताइए मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूँ ? ”

लोगों ने इस भाई से भी वही प्रश्न किया, “ आप इतने सम्मानित बिजनेसमैन हैं, आपकी हर जगह पूछ है,
सभी आपकी प्रशंसा करते हैं, आखिर आपकी इन उपलब्धियों की वजह क्या है ?”

“ मेरे पिता “, उत्तर आया . लोगों ने आश्चर्य से पूछा , “

भला वो कैसे ?”

“मेरे पिता शराबी थे, नशे में वो हमें मारा- पीटा करते थे मैं ये सब चुपचाप देखा करता था, और तभी मैंने निश्चय कर लिया था कि मैं ऐसा बिलकुल नहीं बनना चाहता मुझे तो एक सभ्य, सम्मानित और बड़ा आदमी बनना है, और मैं वही बना .” भाई ने अपनी बात पूरी की .

→ मित्रो, हमारे साथ जो कुछ भी घटता है
उसके नकारात्मक और सकारात्मक पहलू
हो सकते हैं . ज़रुरत इस बात कि है कि हम
सकारात्मक बातों पर ध्यान केन्द्रित करें
और वहीँ से प्रेरित हों.

FROM,

www.suvichar.co.in